एक दिन अकबर और बीरबल शाही बगीचे में टहल रहे थे तभी अकबर को पेड़ पर कौवों का एक समूह दिखाई दिया।
राजा बोले, "आश्चर्य है कि राज्य में कितने कौवे हैं, बीरबल?”
"हमारे राज्य में पंचानवे हजार, चार सौ तिरसठ कौवे हैं, श्रीमान।"
अकबर ने आश्चर्य से बीरबल की ओर देखा। "आप यह कैसे जानते हैं?"
“मुझे पूरा यकीन है महामहिम। आप कौवों की गिनती करवा सकते हैं,” बीरबल आत्मविश्वास से बोले।
"क्या होगा यदि कौवे कम हों?" अकबर ने संदेहपूर्वक पूछा।
जहाँपनही, इसका मतलब है कि कौवे पड़ोसी राज्यों में अपने रिश्तेदारों से मिलने गए हैं।
“हम्म… लेकिन बीरबल, अगर आपकी बताई संख्या से ज्यादा कौवे हो गए तो क्या होगा?”
"ठीक है, उस मामले में, दूसरे राज्यों से कौवे हमारे राज्य में अपने रिश्तेदारों से मिलने आए हैं।"
बीरबल के जवाब से अकबर मुस्कुरा उठे।